Haryana News: शिक्षा मंत्री ने खींची सख्ती की लकीर! मई में शुरू होगा ट्रांसफर परफॉर्मेंस का असली इम्तिहान

Haryana News: हरियाणा में शिक्षकों की ऑनलाइन ट्रांसफर प्रक्रिया लगातार टलती जा रही है। यह देरी सिर्फ तकनीकी कारणों की वजह से नहीं हो रही बल्कि इसमें खुद शिक्षकों की लापरवाही भी एक बड़ी वजह बन गई है। ट्रांसफर के लिए Human Resource Information System यानी HRIS पर सटीक जानकारी देना ज़रूरी है लेकिन कई शिक्षक या तो जानबूझकर या फिर लापरवाही से गलत जानकारी दर्ज कर रहे हैं। इसका सीधा असर पूरी ट्रांसफर प्रक्रिया पर पड़ रहा है और सरकार की योजना तय समय पर लागू नहीं हो पा रही।
गलत जानकारी देकर लिया जा रहा अनुचित लाभ
शिक्षकों द्वारा जानबूझकर गलत जानकारी देना अब सरकार के लिए सिरदर्द बन गया है। कुछ शिक्षकों ने अपने जीवनसाथी की नौकरी को लेकर झूठी जानकारी दी है। किसी ने पति या पत्नी को सरकारी कर्मचारी बताया है जबकि वो नहीं हैं। वहीं कुछ शिक्षकों ने खुद को ‘रेयर डिज़ीज’ यानी दुर्लभ बीमारी का मरीज बताकर पोर्टल पर फर्जी जानकारी दर्ज की है ताकि ट्रांसफर में अतिरिक्त अंक मिल सकें। इस तरह की जानकारियां जांच में सामने आ रही हैं जिससे पूरी प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं। इससे योग्य शिक्षकों को नुकसान हो रहा है और अनैतिक तरीकों से कुछ शिक्षक लाभ ले रहे हैं।
23 अप्रैल तक सही करें प्रोफ़ाइल वरना बाहर हो सकते हैं
अब शिक्षा विभाग ने सभी शिक्षकों को अंतिम मौका दिया है कि वे 23 अप्रैल तक अपनी प्रोफाइल में सुधार कर लें। इसके बाद कोई भी बदलाव मान्य नहीं किया जाएगा। ट्रांसफर ड्राइव में मेरिट अंक केवल HRIS पोर्टल पर दी गई जानकारी के आधार पर ही तय किए जाएंगे। इसका मतलब है कि यदि किसी शिक्षक ने गलत जानकारी दी है तो वह ट्रांसफर प्रक्रिया से बाहर हो सकता है। ऐसे में यह चेतावनी है उन सभी शिक्षकों के लिए जो अनुचित लाभ लेने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें अपनी जानकारी तुरंत दुरुस्त कर लेनी चाहिए ताकि बाद में कोई परेशानी न हो।
मई में शुरू होगी ट्रांसफर प्रक्रिया, सरकार सख्त
शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने हाल ही में शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की और पूरी ट्रांसफर प्रक्रिया की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि मई के पहले सप्ताह में ट्रांसफर ड्राइव शुरू की जाएगी। जिन शिक्षकों को प्रमोशन मिला है उन्हें अप्रैल में ही नए स्कूल अलॉट कर दिए जाएंगे। ट्रांसफर प्रक्रिया को चरणबद्ध तरीके से चलाया जाएगा ताकि सभी योग्य शिक्षकों को पारदर्शी और सुविधाजनक ढंग से ट्रांसफर मिल सके। इसके साथ ही सरकार अब सख्ती बरतने की तैयारी में है ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोका जा सके और पूरी प्रक्रिया निष्पक्ष तरीके से पूरी हो सके।